प्रस्तवना ( Introduction )
दीपावली को दिवाली भी कहा जाता है, जैसे मुस्लिम धर्म के लिए ईद है और ईसाइयों के लिए क्रिसमस है, उसी तरह दीपावली भी हिन्दुओं के सब से बड़े त्योहारों में से एक त्यौहार है। यह रौशनी और खुशियों और धवनि वाला त्यौहार है। ये त्यौहार अक्टूबर या नवंबर के महीने में आता है। यह त्यौहार पुरे भारत में और कुछ अन्य देशों जैसे नेपाल , श्रीलंका , म्यांमार आदि में मनाया जाता है।
दीपावली का अर्थ क्या होता है?
दीपावली का वैसे तो शाब्दिक अर्थ दीपक की लाइन होता है जो कि संस्कृत के दो शब्दों से मिलकर बना है पहला है दीप अर्थात दीपक और दूसरा शब्द आवली अर्थात लाइन या श्रृंखला के आशय में प्रयोग किया जाता है। दीपावली को हम अंधकार से उजाले की तरफ ले जाने वाला एक तेवहार भी कह सकते हैं।
दीपावली का त्यौहार कब और कैसे मनाया जाता है ?
हर साल दिवाली अथवा दीपावली अक्टूबर या नवंबर में मनाई जाती है। इस साल २०२२ में दीपावली का पावन त्यौहार २४ अक्टूबर सोमवार के दिन मनाया जायेगा।
यह एक अहम और और लोकप्रिय हिन्दू त्यौहार है ये पूरे भारत और पूरी दुनिया में मनाया जाता है इस दिन हिन्दू लोग लक्ष्मी पूजा करते हैं। इस पूजा को दुकानदार अपनी दुकान के साथ साथ अपने घर पर भी करते हैं।
यह त्यौहार भगवान राम के चौदह वर्ष के वनवास के बाद वापसी के जशन में मनाया जाता है। अयोध्यावासियों ने उनके स्वागत के लिए दीप जलाए।
तयोहार मनाने की तैयारी बहुत पहले से शुरू हो जाती है और घर में चहल पहल हो जाती है लोग अपने अपने घरों को साफ़ सुथरा करते हैं , और पेण्ट करवाते हैं , व्यवसायी अपने कार्यालयों , दुकानों और गोदामों की साफ़ सफाई करने में लग जाते हैं ।
दीपावली के दिन पुरे भारत के लोग खुश रहते हैं और खुशियाँ मनाते हैं , बच्चे तरह तरह के पटाखे और मिठाइयाँ खरीदते हैं , और बहुत सारे पकवान तैयार किये जाते हैं , शाम के वक़्त सभी लोग भगवन गणेश और देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं , हर कोई धन और खुशहाली के लिए प्रार्थना करता है। ऐसा माना जाता है की दीपावली पर देवी लक्ष्मी हमसे मिलने आती हैं। बच्चे और बड़े पटाखे जलाते हैं। दिए और दीप जलाये जाते हैं।
और देखा जाये तो आज कल घरों को सजाने के लिए बिजली की बत्तियों और दीयों का प्रयोग किया जाता है। लोग अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को मिठाई और पटाख़ों से बधाई देते हैं।
घरों को पूरी तरह से साफ़ और सफेदी क्र के नया क्र दिया जाता है। शाम होते ही घरों में दिया, मोमबत्ती और बिजली की रौशनी से रौशन किया जाता है। रात में पटाखे जलाये जाते हैं। और बच्चों को पटाखे फोड़ते समय सावधान रहने की चेतावनी दी जाती है। क्योंकि किसी भी तरह की लापवाही की वजह से आग लग सकती है।
उसी में से कुछ लोग इस त्यौहार को सही तरीके से मनाते हैं लेकिन कुछ लोग दीपावली पर शराब पीते हैं जुआ खेलते हैं और नशा करते हैं। पटाखे जलाने से बच्चे घायल हो जाते हैं। कई बार दुकानों और घरों में आग लग जाती है। इस वजह से इससे जान माल का बहुत ज़्यादा नुक्सान हो जाता है। इसलिए पटाखों को जलाने के वक़्त सावधानी बरतनी चाहिए।
दीपावली नए मौसम की आमद लाती है। यह रावण पर अपनी जीत के बाद भगवन राम के अयोध्या वापसी करता है। दीपावली रौशनी और खुशियों का तयोहार है। हम तमाम लोगों को कोई गलत काम कर के इस दिवाली या किसी भी अन्य तेव्हार को ख़राब नहीं करना चाहिए।
ये दीपावली हमारे घर खुशियां लाती है और हमें चाहिए की हम हर तेव्हार पर और किसी भी तरह की ख़ुशी पर खुश रहें ये हम सभी के लिए अच्छा है। दीपावली का तयोहार हमारे लिए शांति और आनंद लाता है। और सब के जीवन में खुशियां लता है। इस लिए ये मेरा सब से पसंदीदा त्योहार है।
दिवाली में किसकी पूजा की जाती है ?
इस तेवहार में हिन्दू धर्म के मानने वाले लोग भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा करते हैं ।
दीवली के त्यौहार को प्रत्येक वर्ष किस माह में मनाया जाता है ?
कार्तिक मास में संभवतः अक्टूबर या सितंबर में दिवाली पर्व को मनाया जाता है।